गर्दन दर्द के लिए योगासन – Neck Pain/Garden Ke Dard Ke Liye Yoga & Exercise (Yoga For Neck Pain in Hindi): हर कोई एक स्वस्थ जीवन शैली जीना चाहता है लेकिन वर्तमान समय में हर कोई काम में इतना व्यस्त है कि उनके लिये खुद के लिए भी समय निकालना मुश्किल हो गया है, जिसके कारण शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की परेशानी बढ़ने लगती है।
इसीलिए देश से विदेश तक आज हर कोई स्वास्थ्य और सेहत के लिए योगासन के लाभों को देखकर, योग को सक्रिय रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। यह तथ्य अब किसी से छिपा नहीं है, की योग कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से राहत दिला सकता है। विज्ञान भी अब इसकी पुष्टि करता है की योग के जरिए शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहा जा सकता है।
योग में ऐसे कई आसन हैं, जिनके कई फायदे हैं, योग की मदद से आप जीवन भर युवा और स्वस्थ रह सकते हैं। योग आपको कई तरह से स्वस्थ रहने में मदद कर सकता है। इसीलिए आज हम आपके लिये गर्दन दर्द के लिए योग (Neck Pain Yoga in Hindi) यह लेख लाए है, यहां आपको गर्दन के दर्द के लिए योगासन (Yoga For Neck Pain in Hindi) से संबंधित सभी जानकारी मिलेगी। इस लेख में आप जानेंगे कि गर्दन दर्द के लिए योग वो कौन-कौनसे होते है औरयहस्वस्थ जीवन शैली के लिए कैसे मददगार हो सकते है।
- गर्दन दर्द के लिए योग के नाम (Names Of Yoga For Neck Pain in Hindi):
- 1. बालासन योग [Balasana (Child Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- 2. अधोमुखश्वानासन योग [Adho Mukha Svanasana (Downward-Facing Dog Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- 3. विपरीत करनी योग [Viparita Karani (Legs Up the Wall Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- 4. त्रिकोणासन योग [Trikonasana Yoga (Extended Triangle Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- 5. मार्जरी आसन [Marjari Asana (Cat Cow Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- 6. अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग [Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- 7. शवासन योग [Savasana Yoga (Corpse pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- गर्दन दर्द के लिए योग करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए (What Precautions Should Be Taken While Doing Yoga For Neck Pain in Hindi):
गर्दन दर्द के लिए योग के नाम (Names Of Yoga For Neck Pain in Hindi):
- बालासन योग [Balasana Yoga (Child Pose)]
- अधोमुखश्वानासन योग [Adho Mukha Svanasana Yoga (Downward-Facing Dog Pose)]
- विपरीत करनी योग [Viparita Karani (Legs Up the Wall Pose)]
- त्रिकोणासन योग [Trikonasana Yoga (Extended Triangle Pose)]
- मार्जरी आसन [Marjari Asana (Cat Cow Pose)]
- अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग [Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose)]
- शवासन योग [Savasana Yoga (Corpse pose)]
(यह भी पढ़े – माइग्रेन के लिए योग (7 Effective Yoga for Migraine in Hindi))
1. बालासन योग [Balasana (Child Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में बालासन योग कैसे लाभदायक है:
यह चिकित्सीय आसन गर्दन और पीठ दर्द के लिए गहरा आराम दे सकता है। बालासन का अभ्यास करने से न केवल गर्दन के तनाव से राहत मिलेगी बल्कि यह तनाव, चिंता के साथ-साथ मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करेगा। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में बालासन योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Balasana (Child Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- बालासन/बच्चे की मुद्रा करने के लिए अपनी योग चटाई पर बैठें।
- वज्रासन में अपने घुटनों के बल बैठ जाएं। इस मुद्रा में, अपने हाथो को जांघों पर रखे।
- अपने पैरों के दोनों घुटनों को एक दूसरे से या थोड़ी दूरी पर एक-दूसरे से चिपका कर रखें और कमर को बिल्कुल सीधा रखें।
- अब सांस लें, दोनों हाथों को सीधे सिर से ऊपर उठाएं। हथेलियों को न जोड़ें।
- अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रखें कि कूल्हे के जोड़ों को झुकाना है, कमर के जोड़ों को नहीं।
- जब तक आपकी हथेलियां जमीन को न छुएं तब तक आगे झुकते रहें।
- अब सिर को जमीन पर ले जाएं।
- अब आप जिस मुद्रा में है वह बालासन/बच्चे की मुद्रा हैं, अब पूरे शरीर को रिलैक्स करने दे और फिर एक गहरी सांस लें और उसे छोड़े।
- दोनों हाथों की उंगलियां कसकर जोड़ ले। आपको उनके बीच में अपना सिर रखकर उनका सहारा देना होगा।
- अब सिर को धीरे-धीरे दोनों हथेलियों के बीच में रखें एवम अपनी सांस को सामान्य रखें।
- अब आप 1 से 5 मिनट तक बालासन/बच्चे की मुद्रा में रह सकते है।
- इस आसान से बाहर निकलने के लिए, सबसे पहले, अपनी हथेलियों को कंधे के नीचे लाएं और धीरे-धीरे अपने ऊपरी शरीर को उठाएं और पिछली स्थिति में वापस आ जाएं और आराम से सांस लें। इन सभी क्रियाओं को आराम से करें।
2. अधोमुखश्वानासन योग [Adho Mukha Svanasana (Downward-Facing Dog Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में अधोमुखश्वानासन योग कैसे लाभदायक है:
अधोमुखश्वानासन गर्भाशय ग्रीवा के कशेरुकाओं में रिक्त स्थान खोलकर कंधे और गर्दन के दर्द से राहत देता है और अत्यधिक मांसपेशियों को खींचकर खराब मुद्रा में योगदान देता है और अंततः असुविधा का कारण बन सकता है। इस मुद्रा को नियमित रूप से करने से कंधे में गति की सीमा में सुधार होगा और लैटिसिमस डॉर्सी मांसपेशियों के लचीलेपन में वृद्धि होगी। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में अधोमुखश्वानासन योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Adho Mukha Svanasana (Downward-Facing Dog Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- सबसे एक योग मैट लेकर उस पर खड़े हो जाएँ।
- अब अपने पेरों को सीधा रखते हुए दोनों हाथों को आगे करते हुए नीचे जमीन की ओर झुक जाएँ।
- इस स्थति में आपका शरीर एक मेज की आकृति के समान दिखाई देगा।
- अब धीरे- धीरे आपनी साँस को बाहर निकालते हुए कूल्हों या नितम्बो (हिप्स) को ऊपर छत की ओर उठाना है।
- आपको जितना हो सके उतना अपने हाथों और पारो को सीधा रखना है और अपने सिर को सीधे नीचे की और रखना है।
- यह आसान करते हुए आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि शरीर उल्टे “V” आकृति के समान बनता हो।
- अब आपको अपनी हथेलियों को जमीन पर सीधा रखते हुए और कंधों से दूर रखते हुए, अपने पैरों को हथेलियों के समानांतर रखना है।
- इसके बाद, आप अपने दोनों हाथों को एक साथ जमीन में दबाते हुए गर्दन को लंबा खींचने की कोशिश करें।
- ध्यान रखे की आपके कान आपकी बाहों के अंदरुनी हिस्से को स्पर्स करते हों।
- कूल्हों को जितना संभव हो ऊपर की ओर उठाएं।
- अपनी आंखों को नाभि पर केंद्रित करने का प्रयास करें।
- अब धीरे- धीरे गहरी सांस लेते हुए कुछ सेकंड तक इस स्थिति में रहें और फिर अपने घुटनों को मोड़कर वापस मेज की स्थिति में लौटें। आपको इस क्रिया को 1 मिनट तक दोहराना है।
(यह भी पढ़े – लम्बाई बढ़ाने के लिए योग (9 Effective Yoga For increasing Height in Hindi))
3. विपरीत करनी योग [Viparita Karani (Legs Up the Wall Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में विपरीत करनी योग कैसे लाभदायक है:
इस मुद्रा के अभ्यास से शरीर को आवश्यक आराम मिलता है। जैसे ही आपका शरीर फर्श में डूबता है, आप गर्दन के दबाव से मुक्त हो जाते हैं। इसके अलावा, यह मुद्रा रक्त परिसंचरण में सुधार करने में भी मदद करती है। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में विपरीत करनी योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Viparita Karani (Legs Up the Wall Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- अपनी योग चटाई बिछा कर उस पर लेट जाये। अगर आप सहज महसूस न करे तो आप अपनी कमर पर कम्बल या तकिया लगा सकते है और अब सामान्य रूप से सांस लें।
- अब धीरे धीरे अपनी टांगो को ऊपर की ओर उठाये और जब टांगो से 45° कोण बन जाये तब अपनी कमर को हाथो से सहारा देते हुए अपने हिप्स को ऊपर उठाए जब तक वह एकदम सीधी ऊपर नही हो जाती।
- यह सुनिश्चित करे की आपकी कोहनियाँ जमीन पर हो और आपकी कमर को अच्छे से सहारा दे रहे हो।
- अपने पैरों को अपेक्षाकृत मजबूत रखें, बस उन्हें जगह में लंबवत रखने की कोशिश करे।
- गहरी सांस लेते रहें और अपनी सहूलियत के अनुसार इस स्थिति में रहें। शुरुआत में 30 – 60 सेकंड तक करें। स्वास्थ्य लाभ के लिए इस योग आसन का अभ्यास हर दिन 3 से 5 मिनट पर्याप्त है। हालांकि आध्यात्मिक लाभ के लिए योगी 15 मिनट तक कर सकते हैं।
4. त्रिकोणासन योग [Trikonasana Yoga (Extended Triangle Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में त्रिकोणासन योग कैसे लाभदायक है:
त्रिकोणासन मुद्रा से शरीर, आत्मा और मन को कई लाभ होते हैं। यह गर्दन और पीठ में कठोरता व दर्द को कम करते हुए कोर मांसपेशी समूहों के भीतर स्थिरता बढ़ाने में मदद कर सकता है। एक और लाभ यह है कि मुद्रा बेहतर गति और बढ़ी हुई गतिशीलता के लिए कंधों और कूल्हे के फ्लेक्सर्स को अनलॉक करती है। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में त्रिकोणासन योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Trikonasana (Extended Triangle Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- अपनी बिछाई हुयी योग चटाई पर सीधे खड़े हों जाए।
- दोनों पैरों के बीच 3.5 से 4 फीट की दूरी पर गैप रखें।
- दायां पैर 90 डिग्री पर बाहर की ओर होना चाहिए और बायां पैर 15 डिग्री पर रखा जाना चाहिए।
- अपने दाहिने पैर की उंगलियों को आगे की ओर मोड़ें, और अपने बाएं पैर की उंगलियों को एक कोण पर रखें सुनिश्चित करें कि आपका पैर जमीन को दबा रहा है।
- गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें।
- साँस छोड़ते समय, शरीर को कूल्हों के नीचे से मोड़ें।
- शरीर को झुकाते समय कमर सीधी रहेगी।
- बाएं हाथ को ऊपर उठाएं और दाएं हाथ से जमीन को छुएं।
- दोनों हाथ एक सीधी रेखा बनाएंगे।
- दाहिने हाथ को पिण्डली, टखने या जमीन पर रखे पैर पर रखने का प्रयास करे।
- हाथों को वहीं रहना चाहिए जहां वे हैं, लेकिन कमर का ध्यान रहे की वो हिले ना।
- बाएं हाथ को कंधे से ऊपर छत की ओर ले जाए।
- सिर को सामान्य स्थिति में रखें या बाईं ओर झुकें।
- आदर्श स्थिति में, आपकी दृष्टि बाईं हथेली पर रखे।
- शरीर एक पक्ष की ओर झुका हुआ होना चिहिये, न आगे और न पीछे।
- आपकी छाती और श्रोणि (पेल्विस) चौड़ी और खुली होनी चाहिए।
- लंबी और गहरी सांसें लेते हुए जितना संभव हो सके उतना स्ट्रेच करें और शरीर को स्थिर रखने पर ध्यान दें।
- साँस छोड़ते हुए शरीर को अधिक आराम महसूस करें।
- गहरी साँस खींचें और शरीर को ढीला छोड़ दें।
- हाथों को बगल में छोड़ें और पैरों को सीधा करें।
- अब यही प्रक्रिया बाएं पैर के साथ भी दोहराएं और इस मुद्रा को 2 मिनट तक करे।
(यह भी पढ़े – इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम के लिए योग [5 Effective Yoga For IBS (Irritable Bowel Syndrome) in Hindi])
5. मार्जरी आसन [Marjari Asana (Cat Cow Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में मार्जरी आसन योग कैसे लाभदायक है:
संपूर्ण रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाते हुए, मार्जरी आसनमुद्रा गर्दन के दर्द को दूर करने में मदद करता है। यह गर्दन की मांसपेशियों को खींचकर और लंबा करके, गर्दन में तनाव के कई कारणों को दूर करता है। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में मार्जरी आसन योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Marjari Asana (Cat-Cow Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- मार्जरी आसन करने के लिए सबसे पहले फर्श पर योग चटाई बिछाकर अपने दोनों घुटनों पर बैठ जाएं।
- अब अपने दोनों हाथों को फर्श पर आगे रखें।
- अपने दोनों हाथों पर थोड़ा वजन डालते हुए अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं।
- अपनी जांघों को ऊपर की ओर सीधा करें और पैरों के घुटनों तक 90 डिग्री का एंगल बनाएं।
- इस मामले में आपकी चेस्ट फर्श के समानांतर होगी और आपका पोज एक बिल्ली की तरह दिखाई देगा।
- अब आप एक लंबी साँस लेते हुए और अपने सिर को पीछे की ओर झुकाएं, और अपने पेट को नीचे से ऊपर की ओर ले जाये और रीढ़ की हड्डी का निचला हिस्सा ऊपर की और उठाएं।
- अब सांस छोड़ते हुए अपने सिर को नीचे की ओर झुकाएं और अपने मुंह की ठोड़ी को अपनी छाती पर लगाने की कोशिश करें।
- इस पोजीशन में घुटनों के बीच की दूरी का ध्यान रखे और ध्यान रखें कि इस आसन को करते समय आपके हाथो की कोहनी मोड़ने ना पाए।
- अपनी सांस को लंबी और गहरी रखते हुए अपने सिर को पीछे की ओर घुमाएं और इस प्रक्रिया को दोहराएं। आपको इस क्रिया को 15-20 बार दोहराना चाहिए।
6. अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग [Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग कैसे लाभदायक है:
अर्ध मत्स्येन्द्रासनपोज़ पूरे स्पाइनल कॉलम में लचीलापन लाने के लिए सबसे अच्छे व्यायामों में से एक है। गर्दन के अगल-बगल के लचीलेपन को प्रोत्साहित करते हुए, यह आसन पेट के अंगों को आंतरिक मालिश भी प्रदान करता है। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- एक योग चटाई बिछाकर दंडदान में बैठें जायें।
- हल्के हाथों से जमीन को दबाते हुए सांस लें, और अपने शरीर को बाईं ओर मोड़ते हुए अपनी रीढ़ को लंबा करें।
- बाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर को दाएं घुटने से ऊपर लाकर जमीन पर लाएं।
- दाएं पैर को मोड़ें और पैर को आराम से बाएं कूल्हे के पास जमीन पर रखें।
- दाएं हाथ को बाएं पैर के ऊपर लाएं और बाएं पैर के पंजे को पकड़ें।
- साँस छोड़ते समय धड़ और गर्दन को जितना हो सके मोड़ें और अपने बाएं कंधे पर फोकस करें।
- अपनी रीढ़ में मोड़ को गहरा करने के लिए अपने कूल्हों को चौकोर रखने की कोशिश करें।
- बाएं हाथ को जमीन पर आराम दें और सामान्य रूप से साँस लें।
- 30-60 सेकंड के लिए आसन में रहें एवं आसन से बाहर निकलने के लिए सभी चरणों को रिवर्स क्रम में करें।
- इन सभी चरणों को दूसरी तरफ भी दोहराएं।
(यह भी पढ़े – प्रोस्टेट के लिए योग (7 Effective Yoga For Enlarged Prostate in Hindi))
7. शवासन योग [Savasana Yoga (Corpse pose) Yoga For Neck Pain in Hindi]:
गर्दन दर्द के लिए योग में शवासन योग कैसे लाभदायक है:
शव मुद्रा जिसे शवासन भी कहा जाता है, आमतौर पर सभी आसनों के अंत में इस योग का अभ्यास किया जाता है। साथ ही, अन्य सभी पोज़ में अभ्यास करने के लिए यह सबसे सरल है। 10 मिनट के लिए शवासन की शांति में जाने से आपको अपनी गर्दन या रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह के तनाव को दूर करने में मदद मिलेगी। तो आइये जानते है गर्दन दर्द के लिए योग में शवासन योग करने की विधि क्या है?
कैसे करें [Steps To Do Savasana Yoga (Corpse Pose)Yoga For Neck Pain in Hindi]:
- शवासन में, बस लेटना होता है। एक कुरसी या चटाई बिछाकर अपनी पीठ के बल लेट जाएँ। जरूरत पड़ने पर अपनी गर्दन के नीचे एक छोटा तकिया रखें। अपनी आँखें बंद करें।
- दोनों हाथों को शरीर से कम से कम 4-5 इंच दूर रखें।
- अपने पैरों को आराम से फैलाएं, दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें। दोनों पैरों की अंगुलियां एक दूसरे के विपरीत होनी चाहिए।
- हथेलियों को आकाश की ओर रखें और अपने हाथों को शरीर के साथ रखें लेकिन अपने शरीर को न छुएं।
- अपना ध्यान धीरे-धीरे शरीर के हर हिस्से पर लगा लें और अपने पूरे शरीर को आराम दें, एवम सम्पूर्ण शरीर को ढीला छोड़ दें।
- अपनी आँखें बंद करें। अब थोड़ी सांस लें। धीमी और गहरी सांस लें और हर सांस का आनंद ले। अपने मन में उत्पन्न होने वाली उत्तेजना, जल्दबाजी या किसी भी बात पर ध्यान न दें। बस अपने तन और मन के साथ रहें। अपने पूरे शरीर को पृथ्वी पर समर्पित करें और आराम करें। इस बात का ध्यान रखें कि इस आसन को करते समय आपको नींद न आ जाए।
- अब अपना सारा ध्यान अपनी सांसों पर केंद्रित करें।
- कम से कम 5 से 10 मिनट के लिए इसी स्थिति में रहें फिर जब आप पूर्णता का अनुभव करते हैं, तो आप धीरे-धीरे अपनी आँखें खोल सकते हैं।
- अब उठो और अपने दाहिने हाथ के सहयोग से बैठ जाए।
- इस मुद्रा के अंत में सांस लेने पर ध्यान दें। अपने हाथों और पैरों की उंगलियों को हल्के से हिलाना शुरू करें, फिर अपनी कलियों को घुमाएं। अब अपने हाथ ऊपर उठाएं और अपने सम्पूर्ण शरीर को खिचाव या स्ट्रेचिंग दे और धीरे-धीरे उठकर आलथी-पालथी मार कर बैठ जाएं।
गर्दन दर्द के लिए योग करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए (What Precautions Should Be Taken While Doing Yoga For Neck Pain in Hindi):
- योग गर्दन दर्दके लिए अत्यधिक लाभ प्रदान करता है। लेकिन विभिन्न योग आसनों को करते समय सावधानी बरतना भी उतना ही आवश्यक है। यहां कुछ बिंदु दिए गए हैं, जिन्हें आपको गर्दन दर्दके लिए योग करते समय याद रखना चाहिए:
- इन अभ्यासों को अकेले करने की कोशिश न करें क्योंकि एक पेशेवर की देखरेख में उन्हें प्रदर्शन करना किसी भी प्रकार की ऐंठन या चोट से बचने में मदद कर सकता है।
- हमेशा वार्म अप के साथ योग का अभ्यास शुरू करें, योग से पहले अपने शरीर को थोड़ा सा खुलने दें।
- अपने चिकित्सक से परामर्श करें यदि आप किसी भी प्रकार की असुविधा का अनुभव करते हैं जो व्यायाम के किसी भी रूप में या उसके बाद आपको प्रभावित करता है।
- सही तरीके से योग आसन और विभिन्न श्वास तकनीकों का अभ्यास करना बहुत महत्वपूर्ण है।
- आपको अधिक समय तक सांस लेने से बचना चाहिए।
- योग आसनों को संतुलित करते हुए आपको सावधानी बरतनी चाहिए।
- योग के सत्र से पहले और बाद में आपके शरीर के पोषण और जलयोजन की जरूरतों पर ध्यान देने की सिफारिश की जाती है।
- आपको योग के लिए आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए।
- आपको ओवर-स्ट्रेचिंग से बचना चाहिए।
- आपको योग के सत्र के बाद आराम करना चाहिए।
आशा है इन सभी योगासनों को जान ने के बाद आपको कभी यह नहीं बोलना पड़ेगा की गर्दन दर्द के लिए योग – Gardan Ke Dard Ke Liye Yoga (Yoga For Neck Pain in Hindi) क्या होते है।
यह भी पढ़े –
उम्मीद है आपको हमारा यह लेख गर्दन दर्द के लिए योग – Gardan Ke Dard Ke Liye Yoga (Yoga For Neck Pain in Hindi) पसंद आया होगा, अगर आपको भी गर्दन दर्द के लिए योग – Gardan Ke Dard Ke Liye Yoga (Yoga For Neck Pain in Hindi) के बारे में पता है तो आप हमे कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताये।
और अगर आपके घर परिवार में भी कोई गर्दन दर्द के लिए योग – Gardan Ke Dard Ke Liye Yoga (Yoga For Neck Pain in Hindi) के बारे में जानना चाहते है तो आप उन्हें भी यह लेख भेजे जिस से उन लोगो को भी गर्दन दर्द के लिए योग – Gardan Ke Dard Ke Liye Yoga (Yoga For Neck Pain in Hindi) के बारे में पता चलेगा।
हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमारे साइट को सब्सक्राइब कर सकते है, जिस से आपको हमारे लेख सबसे पहले पढ़ने को मिलेंगे। वेबसाइट को सब्सक्राइब करने के लिए आप निचे दिए गए बेल्ल आइकॉन को प्रेस कर अल्लोव करे, अगर आपने हमे पहले से ही सब्सक्राइब कर रखा है तो आपको यह बार बार करने की कोई आवश्यकता नहीं है।