गैस के लिए योगा – Gas ke Liye Yoga (Yoga For Gas Problem in Hindi): आजकल बहुत से लोग गैस या एसिडिटी की समस्या से परेशान हैं। इसका मुख्य कारण अनियमित खान-पान, तेल और मसालेदार भोजन का अधिक सेवन और किसी भी प्रकार का नशा करना आदि है।
अगर गैस या एसिडिटी है तो व्यक्ति कभी भी ब्लड प्रेशर या शुगर की बीमारी से पीड़ित हो सकता है। जिनकी पाचन शक्ति अक्सर खराब रहती है और जो अक्सर कब्ज से पीड़ित रहते हैं, उन्हें गैस और एसिडिटी की समस्या हो जाती है।
ऐसे में योग कई तरीकों से गैस और एसिडिटी की समस्या को काफी हद तक ठीक कर सकता है। यह पेट और आंत में परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करता है और पाचन में सुधार करता है। योग आंत्र आंदोलनों को उत्तेजित करता है और गैस के गठन को कम करता है। यह एसिडिटी का कारण बनने वाले तनाव को कम करने में मदद करता है।
योग पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है। योग पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करता है जो पाचन में सहायता करता है। एसिड न केवल हमारे द्वारा खाए गए भोजन को तोड़ने और पचाने में मदद करता है बल्कि भोजन के साथ पेट में प्रवेश करने वाले कीटाणुओं को भी मारता है।
गैस और एसिडिटी की समस्या को ठीक करने के लिए योग सबसे अच्छा व्यायाम है। आजकल डॉक्टरों द्वारा भी गैस और एसिडिटी की समस्या के लिए योग व्यायाम की अत्यधिक सलाह दी जाती है।
योग के जरिए गैस और एसिडिटी की समस्या को खत्म किया जा सकता है परन्तु इसके लिए अपने आहार पर ध्यान देना भी आवश्यक है। गैस के लिए योगा इस लेख में आप जानेगें की वो कौन-कौनसें योगासन हैं, जो आपको इस समस्या से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकते है।
- एसिडिटी और गैस के लिए योगासन Gas ke Liye Yogasana [Yoga For gas Problem in Hindi]:
- पेट की गैस के लिए योगा- Gas ke Liye Yogasana [Yoga for Gas Problem in Hindi]
- 1. कपालभाति प्राणायाम [Gas ke Liye Yogasana Kapalabhati Pranayama (The Breath of Fire) Yoga for Gas Problem in Hindi]:
- 2. भस्त्रिका प्राणायाम [Gas ke Liye Yogasana Bhastrika Pranayama (Bellows Breath) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 3. पवनमुक्तासन योग [Gas ke Liye Yogasana Pawanamuktasana Yoga (Wind-Relieving Pose)Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 4. उत्तानपादासन योग [Gas ke Liye Yogasana Uttanapadasana Yoga (Raised Leg Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 5. वज्रासन योग [Gas ke Liye Yogasana Vajrasana Yoga (Thunderbolt Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 6. पादहस्तासन या उत्तानासन योग [Gas ke Liye Yogasana Uttanasana Yoga (Standing Forward Bend Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 7. पश्चिमोत्तानासन योग [Gas ke Liye Yogasana Paschimottanasana Yoga (Seated forward bend Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 8. सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग [Gas ke Liye Yogasana Supta Matsyendrasana Yoga (Supine Spinal Twist Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 9. बालासन योग [Gas ke Liye Yogasana Balasana Yoga (Child Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 10. सर्वांगासन योग [Gas ke Liye Yogasana Sarvangasana Yoga (Shoulder Stand Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 11. अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग [Gas ke Liye Yogasana Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- 12. भुजंगासन योग [Gas ke Liye Yogasana Bhujangasana Yoga (Cobra Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
- गैस के लिए योगा करने से पहले इन बातों का ध्यान रखे [Gas ke Liye Yogasana (Yoga For gas Problem in Hindi) Karne Se Pahle in Baato Ka Dhyan Rakhe]:
एसिडिटी और गैस के लिए योगासन Gas ke Liye Yogasana [Yoga For gas Problem in Hindi]:
एसिडिटी और गैस के लिए योगासन के नाम [Acidity & Gas ke Liye Yogasan Ke Naam]:
- कपालभाति प्राणायाम [Kapalabhati Pranayama (The Breath of Fire)]
- भस्त्रिका प्राणायाम [Bhastrika Pranayama (Bellows Breath)]
- पवनमुक्तासन योग [Pawanamuktasana Yoga (Wind-Relieving Pose)]
- उत्तानपादासन योग [Uttanapadasana Yoga (Raised Leg Pose)]
- वज्रासन योग [Vajrasana Yoga (Thunderbolt Pose)]
- पादहस्तासन या उत्तानासन योग [Uttanasana Yoga (Standing Forward Bend Pose)]
- पश्चिमोत्तानासन योग [Paschimottanasana Yoga (Seated forward bend Pose)]
- सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग [Supta Matsyendrasana Yoga (Supine Spinal Twist Pose)]
- बालासन योग [Balasana Yoga (Child Pose)]
- सर्वांगासन योग [Sarvangasana Yoga (Shoulder Stand Pose)]
- अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग [Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose)]
- भुजंगासन योग [Bhujangasana Yoga (Cobra Pose)]
पेट की गैस के लिए योगा- Gas ke Liye Yogasana [Yoga for Gas Problem in Hindi]
योग के माध्यम से पूरे शरीर को स्वस्थ रखा जाता है। लेकिन अगर आप गैस या एसिडिटी की समस्या से परेशान हैं और कई तरह के उपाय करने से थक गए हैं, तो यहाँ बताए गए योगसनो का नियमित रूप से अभ्यास करें। गैस के लिए योगा, योगासन जो गैस की समस्या से दिलाएंगे राहत और पेट की गैस के लिए योगासन (Gas ke Liye Yogasana) निम्नानुसार हैं:
1. कपालभाति प्राणायाम [Gas ke Liye Yogasana Kapalabhati Pranayama (The Breath of Fire) Yoga for Gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में कपालभाति प्राणायाम कैसे लाभदायक है:
कपालभाती को शरीर से विषाक्त पदार्थों को बहार निकालने के लिए जाना जाता है, पाचन और उन्मूलन की प्रक्रिया में कपालभाती की स्पष्ट भूमिका है। यह पाचन तंत्र की मांसपेशियों को टोन करने के लिए पहचाना गया है।
कपालभाति आसन करने के दौरान सांस को खींचने और छोड़ने की क्रिया की जाती है जिससे शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। रक्त प्रवाह बेहतर होने से शरीर कई तरह की बीमारियों से बच सकता है जैसा कि हम इस क्रिया के दौरान सांस को खींचते और छोड़ते है जिससे पेट के आसपास की मांसपेशियों का प्रयोग हो जाता है।
यह पेट की मांसपेशियो को मजबूत बनाता है और पेट की चर्बी कम करने में मदद करता है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में कपालभाति प्राणायाम कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Kapalabhati Pranayama कैसे करें:
- सर्वप्रथम योग चटाई पर आराम से बैठ जाये।
- अब हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें और सिर एवम रीड की हड्डी को सीधा रखे।
- अब अपनी आँखों को बंद कर लें और सम्पूर्ण शरीर को ढीला छोड़ दें।
- अब दोनों नाक के गुहाओं (नाक के दोनों छिद्रों के माध्यम से) से गहरी सांस लें और पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें।
- आपका पूरा ध्यान सिर्फ सांसो को बहार छोड़ने की तरफ़ होना चाहिए |
- जैसे ही आप पेट की मांसपेशियों को ढीला छोड़गें, सांस अपने आप फेफड़ों तक पहुंच जाएगी।
- वापस साँस लेने के लिए बहुत ज्यादा चिंता न करें।
- जैसे ही आप अपने पेट की मांसपेशियों को छोडेंगें, वैसे ही आप अपने आप सांस लेना शुरू कर देगें।
- शुरू में कम से कम दस बार सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया करें।
- इस क्रिया को 4 से 5 बार दोहराएं।
(यह भी पढ़े – पेट कम करने के योगासन [Pet Kam Karne Ke Yogasan])
2. भस्त्रिका प्राणायाम [Gas ke Liye Yogasana Bhastrika Pranayama (Bellows Breath) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में भस्त्रिका प्राणायाम कैसे लाभदायक है:
भस्त्रिका प्राणायाम खून को साफ करता है और शरीर के सभी हिस्सों में रक्त का संचार अच्छी तरह से करता है। यह आसन करने से जठराग्नि तेज हो जाता है। भस्त्रिका प्राणायाम करने से हमारे शरीर में डायाफ्राम तेजी से काम करता है, जिससे पेट के अंग मजबूत होते हैं और सुचारू रूप से कार्य करने में सक्षम होते हैं और आपकी हमारी पाचन शक्ति भी बढ़ती है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में भस्त्रिका प्राणायाम कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Bhastrika Pranayama कैसे करे:
- भस्त्रिका प्राणायाम करने के लिए किसी भी शांत वातावरण में बैठें।
- फिर अपनी आँखों को बंद करें और थोड़ी देर के लिए शरीर को आराम दें और बाहरी दुनिया को भूल जाये।
- अपनों दोनों हाथो को ज्ञान मुद्रा में रखें।
- कुछ देर ध्यान में बैठें।
- अब यह सुनिश्चित करते हुए दोनों नासिका छिद्रों से गहरी साँस लें कि इस अभ्यास को करते समय आपका मुँह बिल्कुल भी न खुले।
- सांस लेने की प्रक्रिया में, आपके फेफड़ों को पूरी तरह से फुल जाना चाहिए।
- इसके बाद, आपको एक ही झटके में दोनों नासिका से भरी हुई सांस को छोड़ना है।
- साँस लेना और साँस छोड़ने की गति “ब्लोअर” की तरह तेज़ होनी चाहिए और साँस को पूरी तरह से अंदर और बाहर लेना चाहिए।
- फिर से सांस अंदर लें और बलपूर्वक उसे फिर से बाहर निकालें।
- साँस छोड़ने की गति इतनी तेज़ होनी चाहिए कि फेफड़े को झटके के साथ सिकुड़ जाए।
- दोनों नासिका से श्वास लेना भस्त्रिका प्राणायाम का पूरा चक्र है, जिसे भस्त्रिका प्राणायाम कहा जाता है।
- कुछ सामान्य सांसें लेकर एक राउंड खत्म होने के बाद थोड़ी देर आराम करें।
- इस प्रक्रिया को कम से कम 3 से 5 राउंड के लिए अवश्य दोहराएं।
3. पवनमुक्तासन योग [Gas ke Liye Yogasana Pawanamuktasana Yoga (Wind-Relieving Pose)Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में पवनमुक्तासन योग कैसे लाभदायक है:
यदि आप एसिडिटी व गैस की समस्या से अक्सर परेशान रहते है, तो आपके लिए यह आसन बहुत ही फायदेमंद है, बस आपको इस योग का अभ्यास करना होगा और यह आपकी कब्ज और गैस की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करेगा। क्योंकि, इस आसन के अभ्यास से आपकी पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट की चर्बी तेजी से घटती है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में पवनमुक्तासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Pawanamuktasana Yoga कैसे करें:
- सबसे पहले अपनी योग चटाई पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
- अपने घुटनो को मोड़ें और अपनी जाँघों को छाती की ओर लाएँ।
- घुटनों के ठीक नीचे दोनों हाथों की उंगलियों को एक-दूसरे से आपस में फंसा कर पकड़ें ले।
- अब “पवनमुक्तासन” अथार्त एक गहरी श्वास भर कर बहार छोड़ें।
- अब सांस छोड़ते हुए हुए दोनों घुटनों को दबा कर जितना संभव हो सके छाती की तरफ लाएं।
- अपने सिर को जमीन से ऊपर उठाएं और नाक को घुटने से छूने का प्रयास करेंगे।
- अब 30 सेकेंड तक इसी मुद्रा में थोड़ी देर रुके रहें और लंबी गहरी साँसे लेते रहें।
- अपने पैरों को खिंच कर रखे और एड़ियो को कुल्हे से लगा कर पैरों के पंजो को निचे की तरफ तने हुए रखें।
- फिर धीरे-धीरे साँस छोड़ते हुए सिर और पैरों को पहले की स्थिति में लाएं।
(यह भी पढ़े – कब्ज के लिए योग [8 Effective Yoga For Constipation in Hindi])
4. उत्तानपादासन योग [Gas ke Liye Yogasana Uttanapadasana Yoga (Raised Leg Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में उत्तानपादासन योग कैसे लाभदायक है:
उत्तानपादासन योग आपके पेट के लिए सबसे अच्छा योगासन है, अगर आपको अपच, गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं हैं तो नियमित रूप से इसका अभ्यास करें। इसे सही और नियमित रूप से करने से आपको इन समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। यह आसन पाचन क्रिया को बेहतर बनाए रखने में भी फायदेमंद होता है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में उत्तानपादासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Uttanapadasana Yoga कैसे करें:
- सबसे पहले योग मेट बिछा कर उस पर पेट के बल लेट जाएं।
- दोनों पैरों को आपस में सटाकर रखें, पैरों के बीच ज्यादा दूरी नहीं होनी चाहिए।
- अपने हाथों को शरीर के बगल में रखें।
- हाथों की हथेली को नीचे फर्श पर अपने नितम्बो (कूल्हों) के पास रखें।
- अब धीरे-धीरे सांस अन्दर लेते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं।
- आपको पैरो को 35 से 60 डिग्री तक ही उठाना है।
- अपने शरीर को 20 से 30 सेकंड के लिए वहीं स्थिर रखें और पंजे को बाहर की तरफ खींचें।
- ध्यान रखे की पैर ऊपर उठाते समय घुटनों को न मोड़ें।
- इस मुद्रा से बाहर आने के लिए सांस छोड़ें और धीरे-धीरे अपने पैरों को फर्श से नीचे लाएं।
- अपने दोनों हाथों को अपने शरीर के साथ रखें।
- अपने पैर को सीधा रखें और एक गहरी सांस लें और कुछ सेकंड के लिये आराम करें।
- इसे लगभग 3 – 5 बार दोहराएं।
- उत्तानपादासन का अभ्यास एक पैर से भी किया जा सकता है। इस तरह अभ्यास के लिये पैरों को वैकल्पिक रूप से बारी बारी उपर उठाये।
5. वज्रासन योग [Gas ke Liye Yogasana Vajrasana Yoga (Thunderbolt Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में वज्रासन योग कैसे लाभदायक है:
वज्रासन से शरीर की 72000 नाडीयां ठिक होती है, इस आसन का नाभि पर लाभकारी प्रभाव पड़ता हैं (जो कि 72000 नाडी का केन्द्र माना जाता है)। जिससे अपच, गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती है, यह आसन पाचन में सुधार करता है और इसके नियमित अभ्यास के साथ यह कब्ज को समाप्त करता है।
बेहतर पाचन होने के कारण यह पेट संबंधित बीमारी जेसे गैस, कब्ज, अल्सर और एसिडिटी को रोकता है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में वज्रासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Vajrasana Yoga कैसे करे:
- जमीन पर शरीर को सीधा करके घुटनों के बल बैठ जाएं।
- अपने पैरों के घुटनों को मोड़ें ओर निचले पैरों को पीछे की ओर खींचते हुए उन्हें एक साथ रखें।
- अब इस स्थति में आपके पैर की बड़ी उंगलियां ओर अंगूठे एक दूसरे से मिलने चाहिए और दोनों पैर की एड़ियां अलग-अलग होनी चाहिए ।
- अब घुटनों को मोड़कर इस तरह से बैठ जाए कि आपके नितंब (Hips) दोनों एड़ियों के बीच में आ जाएं, दोनों पैरों के अंगूठे आपस में मिले रहें और एड़ियों में अंतर भी बना रहे।
- अपने सिर और कमर को सीधा रखें।
- अब अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें और दृष्टि बिल्कुल सामने की ओर रखें।
- अपनी आंखें बंद कर लें और दिमाग को शांत रखें, और अपनी सांसों की गति पर ध्यान केंद्रित करे, इस बात का पूरा ध्यान रखें कि आप कैसे सांस ले रहे हो सांस आने और जाने पर बराबर ध्यान बनाए रखें।
- यदि आप योग करना शुरू कर रहे हैं, तो इसे शुरू में केवल 5–10 मिनट के लिए करें।
- इसके बाद इसमें अभ्यस्त हो जाने पर अपने समय को बढ़ाकर 20 से 30 मिनट तक कर सकते हैं।
- वज्रासन को जितना संभव हो उतना लंबे समय तक करें – पाचन को बढ़ाने के लिए कम से कम 5 मिनट के लिए यह आसन अवस्य करें, खासकर भोजन करने के तुरंत बाद।
6. पादहस्तासन या उत्तानासन योग [Gas ke Liye Yogasana Uttanasana Yoga (Standing Forward Bend Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में पादहस्तासन या उत्तानासन योग कैसे लाभदायक है:
पादहस्तासन योग करने से पेट की कई तरह की समस्याएं खत्म होती हैं। इस योगासन को करने से पाचन सबसे अच्छा होता है। अक्सर गलत खान-पान के कारण पेट में गैस, कब्ज, अल्सर और एसिडिटी जैसी समस्याए होती है, और भोजन पूरी तरह से पचता नहीं है, इस स्थिति में पादहस्तासन योग करने से बहुत लाभ मिलता है।
इस आसन को करने से पेटकी कई समस्या जैसे गैस की समस्या, पेट में कब्ज की समस्या, खाना न पचने की समस्या दूर हो जाती है। और पाचन तंत्र मजबूत बनता है। इसलिए सभी को इसका नियमित अभ्यास करना चाहिए। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में पादहस्तासन या उत्तानासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Uttanasana Yoga कैसे करें:
- उत्तानासन योग में आगे की ओर झुकते हुए कदमों को छुना होता है, जिसमे आपको निचे बताई गयी विधि का उपयोग करना आवश्यक है –
- अब जब आप ताड़ासन करने की विधि जान ही चुके है तो ताड़ासन किर्या या सबसे पहले अपने पैरों की मदद से सीधे खड़े हो जाएं। फिर एक गहरी साँस ले, और अपनी बाहों को ऊपर की ओर बढ़ाएं।
- अपने धड़ को लंबा करते हुए 90 डिग्री के कोण पर थोड़ा आगे झुकते हुए साँस छोड़ें।
- अब अपनी हथेलियों को जमीन से टिकाएं और अपने हाथों से पैरों को स्पर्श करें।
- इसके बाद अपने धड़ को इस तरह मोड़ें कि आपका धड़ और छाती आपकी जांघों को छुए।
- अब 50-60 सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहे फिर सीधे खड़े हो जाये।
7. पश्चिमोत्तानासन योग [Gas ke Liye Yogasana Paschimottanasana Yoga (Seated forward bend Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में पश्चिमोत्तानासन योग कैसे लाभदायक है:
पश्चिमोत्तानासन करने से शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है। परिणामस्वरूप, शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है और शरीर ऊर्जावान और स्वस्थ हो जाता है। इस आसन का नियमित अभ्यास पाचन समस्याओं जैसे गैस, कब्ज और एसिडिटी आदि को समाप्त करता है।
इसके साथ साथ अगर आपको अपने पेट की चर्बी कम करनी है, तो इस आसन का नियमित अभ्यास करें। यह पेट को कम करने के साथ-साथ कमर को भी पतला करने में मदद करता है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में पश्चिमोत्तानासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Paschimottanasana Yoga कैसे करें:
- अपने पैरों को सामने फैलाकर बैठें, रीढ़ को सीधा रखें, और अंगुलिया तनी हुयी होनी चाहिए।
- सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और खींचे।
- अब साँस छोड़ते हुए, अपने नितम्ब के जोड़ से आगे झुकने का प्रयास करे अब जहां तक आपसे संभव हो अपने शरीर को आगे की और झुकाए और अपनी दृष्टि को पंजो की ओर केन्द्रित करे।
- आखिरी स्टेप में आपको अपने दोनों हाथों को पैरों के तलवों और नाक को घुटनों तक चुने का प्रयास करे, जितना आप से हो सके उतना की खिचाव डाले।
- शुरू में 5 सेकंड तक ऐसा करें और धीरे-धीरे तब तक आसन में बने रहने की कोशिश करें जब तक आप सहज महसूस न कर लें।
- साँस लें और अपनी शुरुवाती स्थिति में लौट जाए।
- यहाँ एक चक्र पूरा हुआ। शुरुवात में 30-60 सेकंड के लिए करें। स्वास्थ्य लाभ के लिए हर दिन 3 – 5 मिनट पर्याप्त है।
(यह भी पढ़े – रनिंग स्टैमिना बढ़ाने के तरीके और उपाय [21 Effective Way To Increase Running Stamina In Hindi])
8. सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग [Gas ke Liye Yogasana Supta Matsyendrasana Yoga (Supine Spinal Twist Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग कैसे लाभदायक है:
सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग से पेट के अंगों के समुचित कार्य के साथ पाचन में सुधार करता है जो गैस, कब्ज और एसिडिटी को दूर करने में मदद करता है। यह योग शरीर में रक्त परिसंचरण को भी बढ़ाता है और आपके तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ बनाता है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Supta Matsyendrasana Yoga:-
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Supta Matsyendrasana Yoga कैसे करें:
- सुप्त मत्स्येन्द्रासन योगासन करने के लिए सबसे पहले अपनी योग चटाई पर लेट जाएं और अपनी पीठ के बल सीधे हो जाएं।
- पैरों को फर्श से, घुटनों और पैरों को एक साथ उठाएं और भुजाओं को इस तरह खोलें कि वे कंधों के साथ एक सीधी रेखा बनाएं।
- अब साँस छोड़ते हुए; योग चटाई पर पीठ के निचले हिस्से को धीरे से और अपने पैरों को फर्श पर आराम से दबाएं।
- अब, दाईं टाँग को घुटने से मोड़कर उसे ऊपर उठायें और दायें पैर को अपने बायें घुटने पर टिकाए।
- इस स्थिति में, आपकी हथेलियाँ नीचे की ओर होनी चाहिए ताकि वे आपको अतिरिक्त सहायता दें।
- उसके बाद, साँस ले; अपने पैरों को घुटनों से थोड़ा ऊपर लाएं। सुनिश्चित करें कि पैर और घुटने स्टैक्ड हैं।
- इस स्थिति में, आपके घुटने कूल्हे के स्तर पर होने चाहिए, और एड़ी नितंबों से एक फुट दूर होनी चाहिए।
- फिर, साँस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपने दायें कूल्हे को उठाते हुए, अपनी पीठ को बाईं ओर मोड़ ले और उसे अपने दायें घुटने के नीचे की ओर जाने दें। ऐसा करते वक्त आपके दोनो हाथ जमीन पर टिके रहने चाहिए।
- अब, धीरे-धीरे अपने सिर को अपने दाईं ओर मोड़ें।
- इस आसन के दौरान, श्वास सामान्य होना चाहिए।
- मुद्रा को जारी करने के लिए, कोशिश करें कि आपका दांया घुटना पूरी तरह से शरीर के बायीं तरफ टिक सके।
- अब आप सुप्त मत्स्येन्द्रासन योग मुद्रा में है और इस मुद्रा को लगभग 30 से 60 सेकंड तक बनाए रखें।
- आगे धीरे-धीरे अपने सिर को फिर से घुमाएं और अपने धड़ और पैरों को सीधा करें।
- फिर इस विधि को अपनी बाईं ओर भी दोहराएं।
9. बालासन योग [Gas ke Liye Yogasana Balasana Yoga (Child Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में बालासन योग कैसे लाभदायक है:
बालासन योग पेट और उसके अंगों को उत्तेजित करके अम्लता, कब्ज और पेट की कई समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है। बालासन योग आसन करते समय, आपके पेट और आंतों में दबाव होता है जो पाचन प्रक्रिया को भी बढ़ाता है। शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए बालासन बहुत फायदेमंद है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में बालासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Balasana Yoga कैसे करें:
- बालासन/बच्चे की मुद्रा करने के लिए अपनी योग चटाई पर बैठें।
- वज्रासन में अपने घुटनों के बल बैठ जाएं। इस मुद्रा में, अपने हाथो को जांघों पर रखे।
- अपने पैरों के दोनों घुटनों को एक दूसरे से या थोड़ी दूरी पर एक-दूसरे से चिपका कर रखें और कमर को बिल्कुल सीधा रखें।
- अब सांस लें, दोनों हाथों को सीधे सिर से ऊपर उठाएं। हथेलियों को न जोड़ें।
- अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रखें कि कूल्हे के जोड़ों को झुकाना है, कमर के जोड़ों को नहीं।
- जब तक आपकी हथेलियां जमीन को न छुएं तब तक आगे झुकते रहें।
- अब सिर को जमीन पर ले जाएं।
- अब आप जिस मुद्रा में है वह बालासाना/बच्चे की मुद्रा हैं, अब पूरे शरीर को रिलैक्स करने दे और फिर एक गहरी सांस लें और उसे छोड़े।
- दोनों हाथों की उंगलियां कसकर जोड़ ले। आपको उनके बीच में अपना सिर रखकर उनका सहारा देना होगा।
- अब सिर को धीरे-धीरे दोनों हथेलियों के बीच में रखें एवम अपनी सांस को सामान्य रखें।
- अब आप 1 से 5 मिनट तक बालसन/बच्चे की मुद्रा में रह सकते है।
- इस आसान से बाहर निकलने के लिए, सबसे पहले, अपनी हथेलियों को कंधे के नीचे लाएं और धीरे-धीरे अपने ऊपरी शरीर को उठाएं और पिछली स्थिति में वापस आ जाएं और आराम से सांस लें। इन सभी क्रियाओं को आराम से करें।
10. सर्वांगासन योग [Gas ke Liye Yogasana Sarvangasana Yoga (Shoulder Stand Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में सर्वांगासन योग कैसे लाभदायक है:
इस आसन को करने से सभी प्रकार की पाचन संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं। यह आसन इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम को नियंत्रित करने का काम करता है, इसके साथ ही यह आसन कब्ज से राहत दिलाने में भी फायदेमंद है। यह बवासीर की समस्या को दूर करने में भी फायदेमंद है।
इस आसन को करने वालो को श्रोणि और पेट से सम्बन्धी क्षेत्र एवं परिसंचरण, कान, गले और नाक की बीमारियों में सुधार होता है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में सर्वांगासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Sarvangasana Yoga कैसे करे:
- सबसे पहले स्वच्छ खुले वातावरण में एक योग मैट बिछा लें।
- जिससे इस आसन को करते समय शरीर को स्वच्छ ऑक्सीजन मिले।
- अब इस आसन को करने के लिए योग मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
- दोनों हाथ और पैर सीधे जमीन पर होने चाहिए।
- हथेलियों को जमीन की तरफ रखें ,और दोनों पैर एक दूसरे से सीधे सटे होने चाहिए।
- अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए दोनों पैरों, कूल्हों और कमर को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाएं।
- अब अपनी कमर और पीठ को ऊपर की ओर उठाने के लिए दोनों हाथों की कोहनी को जमीन पर रखें और हथेलियों से अपनी कमर को सहारा दें।
- ध्यान रहे कि इसको करते समय आपके दोनों पैर सीधे रहें, अपने घुटनों को मोड़ने न दें।
- इस आसन में शरीर का पूरा भार कंधों और सिर पर होगा।
- इसे करते समय ठोड़ी को छाती से स्पर्श कर के रखें।
- अपने कंधे से कोहनी तक के क्षेत्र को जमीन के करीब रखें और अपने चेहरे को आकाश या पैरों के अंगूठे की ओर रखें।
- अपने शरीर को स्थिर करें और अपनी क्षमता के अनुसार कुछ देर तक इस मुद्रा में बने रहें।
- सांस को सामान्य रखें।
- सर्वांगासन से बाहर आने के लिए, कमर और पैरों को धीरे-धीरे नीचे लाएं और अपने हाथों को जमीन पर रखें।
- अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
11. अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग [Gas ke Liye Yogasana Ardha Matsyendrasana Yoga (Half Lord of the Fishes Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा में अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग कैसे लाभदायक है:
अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग आपके पेट को मजबूत और टोन करता है। यह आपके आंतरिक अंगों को भी साफ करता है और पाचन को सुधारने के साथ-साथ शरीर से गंदगी को भी खत्म करने में मदद करता है जिससे एसिडिटी और गैस की समस्या दूर होती है। यह मुद्रा आपके शरीर के ऊतकों और अंगों से अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों और गर्मी को बाहर निकालती है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में अर्ध मत्स्येन्द्रासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Ardha Matsyendrasana Yoga कैसे करे:
- एक योग चटाई बिछाकर दंडदान में बैठें जायें।
- हल्के हाथों से जमीन को दबाते हुए सांस लें, और अपने शरीर को बाईं ओर मोड़ते हुए अपनी रीढ़ को लंबा करें।
- बाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर को दाएं घुटने से ऊपर लाकर जमीन पर लाएं।
- दाएं पैर को मोड़ें और पैर को आराम से बाएं कूल्हे के पास जमीन पर रखें।
- दाएं हाथ को बाएं पैर के ऊपर लाएं और बाएं पैर के पंजे को पकड़ें।
- साँस छोड़ते समय धड़ और गर्दन को जितना हो सके मोड़ें और अपने बाएं कंधे पर फोकस करें।
- अपनी रीढ़ में मोड़ को गहरा करने के लिए अपने कूल्हों को चौकोर रखने की कोशिश करें।
- बाएं हाथ को जमीन पर आराम दें और सामान्य रूप से साँस लें।
- 30-60 सेकंड के लिए आसन में रहें एवं आसन से बाहर निकलने के लिए सभी चरणों को रिवर्स क्रम में करें।
- इन सभी चरणों को दूसरी तरफ भी दोहराएं।
12. भुजंगासन योग [Gas ke Liye Yogasana Bhujangasana Yoga (Cobra Pose) Yoga For gas Problem in Hindi]:
गैस के लिए योगा (Gas Ke Liye Yoga) में भुजंगासन योग कैसे लाभदायक है:
भुजंगासन जिस तरह से किया जाता है वह पाचन तंत्र को सीधे प्रभावित करता है। यह आसन पेट की समस्याओं से राहत दिलाता है, जिससे पाचन शक्ति में सुधार होता है। इस आसन के अभ्यास से पेट की स्ट्रेचिंग होती है जिससे पेट के अंगों का काम बहुत आसान हो जाता है और जिससे एसिडिटी और गैस की समस्या दूर होती है। तो आइये जानते है की गैस के लिए योगा में भुजंगासन योग कैसे करें:
Acidity & Gas ke Liye Yogasana Bhujangasana Yoga कैसे करें:
- सबसे पहले योग मेट बिछा कर उस पर पेट के बल लेट जाएं।
- अपने पैरों को उंगलियों के बल टिका लें या पैर के तलवो को उपर छत की ओर करके रखें।
- अपने पैरों को एकसाथ सीधा और खुला रखें।
- हाथों की हथेलियों को छाती के पास कंधों या सिर के दोनों तरफ रखें।
- अपने मस्तक या माथे को जमीन पर सीधा रखें।
- अब आपको एक गहरी सांस लेते हुए, अपने ऊपरी शरीर को ऊपर की ओर उठाना है।
- आपको पहले सिर, फिर छाती और अंत में नाभि तक के क्षेत्र को ऊपर उठाना होगा।
- इसके लिए अपनी हाथों की हथेलियों को अपने कंधों के बराबर रखते हुए, हाथों से जमीन की ओर दबाव डाल कर नाभि तक के शरीर को ऊपर उठाने का प्रयास करें।
- अब दोनों हाथों को सीधा करें और गर्दन उठाते हुए आकाश की ओर देखने का प्रयास करें और 15-30 सेकेंड के लिए इसी स्थिति में रहें।
- अपने शरीर का भार दोनों हाथों पर बराबर बना कर रखें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
- ध्यान रहे की आपके पेट या नाभि से नीचे शरीर का सारा हिस्सा जमीन से नहीं उठना चाहिए।
- आराम से पीठ को जितनी मोड़ सकें उतनी ही मोड़ें, जबरदस्ती या क्षमता से ज़्यादा जोर ना लगाए।
- अब धीरे-धीरे अपनी सांस छोड़ें और अपनी प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं।
गैस के लिए योगा करने से पहले इन बातों का ध्यान रखे [Gas ke Liye Yogasana (Yoga For gas Problem in Hindi) Karne Se Pahle in Baato Ka Dhyan Rakhe]:
- एक अच्छे योग ट्रेनर की देखरेख में ही यहां बताए गए सभी योगासन का अभ्यास करें।
- गैस, अपच, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्या को इसके शुरुआती चरण में ही दूर किया जाना चाहिए। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह एक खतरनाक श्रोणि रोगों और पेट के अन्य रोगों में बदल सकता है।
- गैस और एसिडिटी की समस्या को दूर करने के दौरान आपका खान पान अहम रोल निभाता है। सिर्फ गैस के लिए योगा (Gas ke Liye Yoga) करने से आपको गैस, कब्ज और एसिडिटी से छुटकारा नहीं मिल पायेगा। इसके लिए आपको अपने आहार खान पान में भी बदलाव करना पड़ेगा।
- आपको अपने आहार में ताजा पत्तेदार सब्जियां और फल जैसे फाइबर से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिये।
- इसके साथ साथ अपने भोजन को चबाकर खाना चाहिये ताकि वह आसानी से हजम हो सके और गैस, कब्ज और एसिडिटी की समस्या में राहत दिला पाए।
- आपको पानी का पर्याप्त सेवन करना चहिये क्योंकी ये आपकी गैस, कब्ज, अल्सर और एसिडिटी को दूर रखने में मदद करेगा।
- योग का नियमित अभ्यास शरीर और मन के विकास में मदद करता है, साथ ही इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, लेकिन फिर भी इनको दवा का विकल्प नहीं समझना चाहिए।
आशा है इन सभी गुणों को जान ने के बाद आपको कभी यह नहीं बोलना पड़ेगा की गैस के लिए योगा – Acidity & Gas ke Liye Yoga (Yoga For gas Problem in Hindi) क्या होते है।
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उम्मीद है आपको हमारा यह लेख गैस के लिए योगा – Acidity & Gas ke Liye Yoga (Yoga For gas Problem in Hindi) पसंद आया होगा ,अगर आपको भी गैस के लिए योगा – Acidity & Gas ke Liye Yoga (Yoga For gas Problem in Hindi) के बारे में पता है तो आप हमे कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताये।
और अगर आपके घर परिवार में भी कोई गैस के लिए योगा – Acidity & Gas ke Liye Yoga (Yoga For gas Problem in Hindi) के बारे में जानना चाहते है तो आप उन्हें भी यह लेख भेजे जिस से उन लोगो को भी गैस के लिए योगा – Acidity & Gas ke Liye Yoga (Yoga For gas Problem in Hindi) के बारे में पता चलेगा।
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