शीर्षासन करने का तरीका और फायदे [Sirsasana (Headstand Pose) Steps and Benefits in Hindi]

शीर्षासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां (Headstand Pose / Sirsasana Steps, Benefits And Precautions in Hindi) : क्या आपको पता है शीर्षासन करने का सही तरीका क्या है, अगर नहीं तो यहाँ हमने विस्तार में बताया है की शीर्षासन कैसे करे और इसके फायदे क्या होते है।   

इसी लिए आज हम आपके लिए यह लेख लाये है, जिसे पढ़ने के बाद आपको यह ज्ञान हो जाएगा की शीर्षासन कैसे करते है और शीर्षासन के फायदे क्या होते है, तो चलिए शुरू करते है।

शीर्षासन क्या है? (What Is Sirsasana / Headstand Pose in Hindi):

शीर्षासन को “सलम्बा शीर्षासन” भी कहा जाता है, विविध स्वास्थ्य युक्त लाभ होने के कारण इस आसन को “सभी आसन का राजा” कहा जाता है। यह एक अत्यंत शक्तिशाली आसन है, जिसमे इसके अनेक चमत्कारी लाभ आपके शरीर के हर हिस्से को प्रभावित करता है।

यह आसन आपका पाचन तंत्र अच्छा करता है, और आपकी गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इस आसन को करने से सिर मे रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। जिसके अपने अनेको अन्य लाभ होते है। यह एक ऐसा आसन है जिसके अभ्यास से हम हमेशा कई बड़ी-बड़ी  बीमारियों से दूर रहते हैं।

इस आसन का नाम शीर्षासन संस्कृत भाषा के शब्दों से लिया गया है, “शीर्ष” का अर्थ है सिर और आसन का अर्थ है “मुद्रा”। इसे अँग्रेजी में हैंडस्टैंड पोज (Headstand Pose) मुद्रा के रूप में भी जाना जाता है, जो योग मुद्राओं में बहुत महत्व रखता है।

इस आसन में पूरे शरीर का वजन सिर पर संतुलित होता है। इस आसन को सिर के बल किया जाता है, जिसकी वजह से इसे “शीर्षासन” कहते हैं।

यह भी पढ़े –

शीर्षासन करने से पहले ये आसन करें (Perform These Asanas Before Sirsasana / Headstand Pose in Hindi):

1. कर्नापीड़ासन योग (Karnapidasana or Ear Pressure or Knee to Ear Pose)

2. ऊर्ध्व पद्मासन योग (Urdhva Padmasana or Inverted Lotus Pose)

3. पिण्डासन योग (Pindasana or Embryo Pose)

4. मत्स्यासन योग (Matsyasana or Fish Pose)

शीर्षासन करने का तरीका [Right Technique To Do Sirsasana (Headstand Pose) Steps in Hindi]:

हालाँकि, इस योग मुद्रा का अभ्यास बहुत सावधानी से किया जाना चाहिए। यह आसन देखने पर थोड़ा कठिन लग सकता है, इसलिए हम सलाह देंगे कि (Beginners) शुरुआती लोग नीचे दिए गए चरणों का उपयोग करके दीवार की सहायता लेकर इस आसन को शुरू करें जिससे नीचे गिरने के डर के बिना इस आसन का अभ्यास किया जा सके। इस तरह नियमित अभ्यास आपको इस मुद्रा में विशेषज्ञ बना देगा।

शीर्षासन करने का तरीका और फायदे – Sirsasana (Headstand Pose) steps and benefits in Hindi
शीर्षासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां (Headstand Pose / Sirsasana Steps, Benefits And Precautions in Hindi)

शीर्षासन करने की विधि [How To Do Sirsasana / Headstand Pose Steps in Hindi]:

  1. शीर्षासन शुरू करने के लिए, अपनी योगा मैट या ज़मीन पर कंबल,चादर या फिर कोई मोटा तौलिया बिछाकर वज्रासन की स्थिति में घुटनों के बल बैठ जाएं।
  2. अब आगे झुकें और दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर टिकाएं।
  3. अपने दोनों हाथो की उंगलियों को कसकर सख्ती से जोड़ लें, (यह आपके सिर के समर्थन के लिए बेहद जरुरी है, क्योंकि आपको इनके बीच में सिर रख कर उसे सहारा देना है)।
  4. घुटनों और पैरों को सीधा कर के रखे।
  5. अब अपने सिर को हाथों की हथेली के बीच में धीरे से रखते हुए अपने पैर की उंगलियों के उपर आ जायें।
  6. अपने सिर की ओर कुछ कदम चलते हुए, अपने पैरों को फर्श से उठाएं और सुनिश्चित करें कि आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए।
  7. अपनी सांसो को सामान्य रखें।
  8. पीठ को सीधी रखते हुए अपने शरीर के वजन को पंजों से सिर और बांहों पर लाये एवं पैरो को ऊपर की और उठाना शुरू करें।
  9. इसमें आप टाँगों को सिर्फ़ “आधा” उठायें,  जहाँ आपके घुटने छाती को छू रहे हों और पैर आधे मुड़े हुए हो। (इस मुद्रा में 2 मिनट तक रहने का अभ्यास करें।)
  10. अब जब आप इस मुद्रा को स्धिर रखने में पारंगत हो जाएँ तो आप इसके बाद धीरे-धीरे अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और एकदम सीधे रखें, इस दौरान नीचे से ऊपर तक आपका शरीर का पूरा हिस्सा एकदम से सीधा होना चाहिए।
  11. इस आसन को करते समय आप अपने पैरों को ऊपर उठाने के लिए दीवार या किसी व्यक्ति का सहारा भी ले सकते हैं।
  12. अब इस मुद्रा में आने के बाद कुछ देर तक इसी मुद्रा में रहें और 30 सेकेंड तक गहरी सांस लें और बहार छोड़े।
  13. इस मुद्रा या आसन को 3 से 4 बार दोहराएं।

बाबा रामदेव द्वारा बताया गया शीर्षासन करने का सही तरीका [Baba Ramdev Sirsasana (Headstand Pose) Steps By Step Instructions in Hindi]:

यह भी पढ़े –

शीर्षासन के फायदे और लाभ (Benefits of Sirsasana / Headstand Pose in Hindi):

  1. शीर्षासन करने से आपके मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बहुत बढ़ जाता है, जिससे आपके मन को शांति मिलेगी और आपका तनाव दूर होता है।
  2. इस योग को नियमित रूप से किया जाए, तो यह आपकी सिर (खोपड़ी) को मजबूत और स्वस्थ बनाता है, जिससे बालों की समस्याएं जैसे बालों का झड़ना, बालों का सफेद होना, रूसी, आदि इन से आपको राहत मिलती है।
  3. यह आसन आपके शरीर के ऊपरी हिस्से को मजबूत बनाता है और आपकी गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
  4. यह आसन पेट को विनियमित करने, पाचन और भूख में सुधार करने में मदद करता है इस आसन को करने से पाचन अंगों पर सकारात्मक असर होता है जिस से कब्ज़ और इससे संबंधित परेशनियों में राहत मिलती है।
  5. शीर्षासन चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने में बहुत फायदेमंद है। इसके अभ्यास से आपके चेहरे में खून की आपूर्ति सही तरीके से होने लगती है जिसके कारण यह आपको पिंपल्स, झुर्रियों और चेहरे की अन्य परेशानियों से बचाता है।
  6. यह आसन मधुमेह या डायबिटीज को रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  7. यह शरीर में फैट को कम करने या वजन घटाने में मदद करता है।
  8. इस आसन द्वारा अधिकांश सेक्सुअल प्रोब्लम्स या यौन समस्याओं को रोका जा सकता है।

शीर्षासन करने के बाद ये आसन करें (Perform This Asana After Performing The Sirsasana / Headstand Pose In Hindi):

1. बालासन योग (Balsana or Child Pose)

2. बद्ध पद्मासन योग (Baddha Padmasana or Bounded Lotus Pose)

3. योगमुद्रा योग (Yog-Mudra)

4. पद्मासन योग (Padmasana or Lotus Pose)

5. उत्प्लुतिः या तुलासन योग (Utplithi or Tulasana or Scale Pose)

शीर्षासन करते समय क्या सावधानिया व एहतियात बरते [What Are The Precautions To Be Taken While Sirsasana (Headstand Pose) in Hindi]:

  • अगर आपको लो ब्लड प्रेशर और आंखों में कमजोर रक्त वाहिकाएं है तो इस आसन से बचें।
  • इसे सिरदर्द, गर्दन की चोट, हृदय रोग, ग्लूकोमा और पीठ की चोट होने पर इसका अभ्यास करने से बचना चाहिए।
  • अगर आप ब्लड हेमरेज एवं स्लिप डिस्क से पीड़ित है तो इसे न करे।
  • एक महिला को इस आसन से बचना चाहिए यदि उन्हें मासिक धर्म में आराम नहीं मिलता है।
  • एक गर्भवती महिला को इस आसन के अभ्यास से बचना चाहिए। वे केवल प्रमाणित योग प्रशिक्षक की देखरेख में अभ्यास कर सकते हैं।
  • इस योग को करने के बाद बच्चे की मुद्रा अथार्त बालासन जरुर करे।
  • अगर आप नोसिखिये है तो अपने योग गुरु से सिख सकते है।

आशा है इन सभी गुणों को जान ने के बाद आपको कभी यह नहीं बोलना पड़ेगा की शीर्षासन करने का तरीका और फायदे (Headstand Pose / Sirsasana Yoga Steps And Benefits in Hindi) क्या होते है।

यह भी पढ़े –

उम्मीद है आपको हमारा यह लेख शीर्षासन करने का तरीका और फायदे (Headstand Pose / Sirsasana Yoga Steps And Benefits in Hindi) पसंद आया होगा ,अगर आपको भी शीर्षासन करने का तरीका और फायदे (Headstand Pose / Sirsasana Yoga Steps And Benefits in Hindi) के बारे में पता है तो आप हमे कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताये।

और अगर आपके घर परिवार में भी कोई शीर्षासन करने का तरीका और फायदे (Headstand Pose / Sirsasana Yoga Steps And Benefits in Hindi) के बारे में जानना चाहते है तो आप उन्हें भी यह लेख भेजे जिस से उन लोगो को भी शीर्षासन करने का तरीका और फायदे (Headstand Pose / Sirsasana Yoga Steps And Benefits in Hindi) के बारे में पता चलेगा।

हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमारे साइट को सब्सक्राइब कर सकते है, जिस से आपको हमारे लेख सबसे पहले पढ़ने को मिलेंगे। वेबसाइट को सब्सक्राइब करने के लिए आप निचे दिए गए बेल्ल आइकॉन को प्रेस कर अल्लोव करे, अगर आपने हमे पहले से ही सब्सक्राइब कर रखा है तो आपको यह बार बार करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

Leave a comment

×
error: Content is protected !!