शीशम की पत्ती के फायदे और नुकसान (Dalbergia Sissoo Leaves Benefits and Side Effects in Hindi): क्या आपको पता है शीशम की पत्ती खाने के फायदे क्या होते है, अगर नहीं तो यहाँ हमने विस्तार में बताया है की शीशम की पत्ती खाने से क्या होता है, और शीशम की पत्ती के फायदे और नुकसान क्या होते है।
अक्सर हम जब शीशम का पेड़ देखते है तब एक बात सभी के मन में तो जरुर आती है की प्रकृति ने हमे शीशम का पेड़ क्यों दिया है और शीशम की पत्ती खाने के क्या फायदे है।
इसी लिए आज हम आपके लिए यह लेख लाये है, जिसे पढ़ने के बाद आपको यह ज्ञान हो जाएगा की शीशम की पत्ती खाने से क्या फायदा होता है, तो चलिए शुरू करते है।
- शीशम क्या है? : Shisham Ki Patti Ke Fayde Kya Hote Hai?
- शीशम का चिकित्सा उपयोग : Medical Uses of Dalbergia Sissoo/Rosewood in Hindi
- शीशम की पत्ती के फायदे : Shisham Ki Patti Ke Fayde In Hindi
- 1.शीशम की पत्ती के फायदे डिप्रेशन को दूर रखने में मदद करती है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Depression In Hindi
- 2. शीशम की पत्ती के फायदे दर्द से राहत के लिए : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Pain Relief In Hindi
- 3. शीशम की पत्ती के फायदे दस्त से राहत दिलाने में सहायक होते है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Diarrhea in Hindi
- 4. शीशम की पत्ती के फायदे हृदय रोग में फायदेमंद होते है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Heart In Hindi
- 5. शीशम की पत्ती के फायदे पेट की जलन/एसिडिटी दूर करने में सहायक होते है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Treat Acidity in Hindi
- 6. शीशम की पत्ती के फायदे मतली के उपचार में फायदेमंद : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Nausea In Hindi
- 7. शीशम की पत्ती के फायदे मूत्र रोग में को दूर करने में फायदेमंद : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Urinary Disease in Hindi
- 8. शीशम की पत्ती के फायदे चोट के घावों के उपचार में : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Injury Wounds In Hindi
- 9. शीशम की पत्ती के फायदे बूखार में लाभदायक : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Fever in Hindi
- 10. शीशम की पत्ती के फायदे आँखों की लालिमा का उपचार करने में : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Eyes Redness In Hindi
- 11. शीशम की पत्ती के फायदे एनीमिया में : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Anemia in Hindi
- सिसो की खुराक : Dalbergia Sissoo/Rosewood/Shisham Ki Khurak in Hindi
- शीशम के पत्तियों के नुकसान : Shisham Ki Patti Ke Nuksan In Hindi
शीशम क्या है? : Shisham Ki Patti Ke Fayde Kya Hote Hai?
“शीशम” को अंग्रेजी में रोज़वुड और डालबेर्गिआ सिस्सो (Rosewood or Dalbergia Sissoo) के नाम से भी जाना जाता है। शीशम का पेड़ हमारे लिए प्रकृति की अमूल्य देन है क्युकी इसका उपयोग कई बीमारियों से निजात पाने में किया जाता है। शीशम का वैज्ञानिक नाम “अनीबा रोजैंडर” है। शीशम के पेड़ का उपयोग अक्सर लकड़ीयो के लिए किया जाता है और इसकी लकड़ीया भी महंगी होती है क्युकी इसमें पाए जाने वाली लड़की मजबूत होती है।
आयुर्वेद के अनुसार, शीशम को औषधि के रूप में इस्तेमाल में काम लिया जाता है, और शीशम में इसकी पत्तियों से लेकर इसकी जड़ो तक सब हमारे कई रोगों का इलाज करने में मदद कर सकती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि शीशम की पत्ती के फायदे भी हैं, दरअसल, शीशम के पत्तों को आयुर्वेद में जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। शीशम के पत्तों से निकलने वाला चिपचिपा पदार्थ कई रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है।
इसके साथ ही, पेड़ से निकाले गए तेल का इस्तेमाल दर्द निवारक, अवसादरोधी, सड़न रोकने वाला, कामोद्दीपक, जीवाणुरोधी, कीटनाशक और उत्तेजक आदि के रूप में उपयोग किया जाता है। हमारे भारत में भी कई शीशम के पेड़ मोजूद है जो अपने आप ही प्रकृति द्वारा लगते है।
इस लेख के माध्यम से हम शीशम की पत्ती के फायदे (Shisham Ki Patti Ke Fayde) के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे की यह किस प्रकार हमारे शरीर को लाभ पहुचती है।
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शीशम का चिकित्सा उपयोग : Medical Uses of Dalbergia Sissoo/Rosewood in Hindi
आयुर्वेद में, शीशम के पेड़ के विभिन्न भागों का उपयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। पत्तियों का उपयोग आंखों के दर्द, सूजन, दर्दनाक पेशाब, स्त्रीरोग संबंधी विकारों आदि के लिए किया जाता है। पत्तों और छाल का उपयोग रक्तस्रावी विकारों में कसैले के रूप में किया जाता है। मीठे तेल के साथ मिश्रित पत्तियों का पेस्ट त्वचा के उत्सर्जन (त्वचा को रगड़ना, त्वचा से बाहर निकालना) में शीर्ष रूप से उपयोग किया जाता है।
शीशम के पेड़ के विभिन्न हिस्सों में किए गए कई वैज्ञानिक अध्ययनों ने पारंपरिक चिकित्सीय उपयोगों का समर्थन किया। इस तरह के अध्ययनों से पुष्टि की गई है कि शीशम का पेड़ और इसकी पत्तिया एंटी इन्फ्लामेंट्री (विरोधी भड़काऊ), एंटीकोसिसेप्टिव / दर्दनाक उत्तेजना गुणों के प्रति संवेदनशीलता को कम करने वाला, मधुमेह विरोधी, एनाल्जेसिक और एंटीऑक्सिडेंट है। (यह भी पढ़े –Khajur Khane Ke Fayde Aur Nuksan [18 Amazing Benefits Of Dates in Hindi])
शीशम की पत्ती के फायदे : Shisham Ki Patti Ke Fayde In Hindi
1.शीशम की पत्ती के फायदे डिप्रेशन को दूर रखने में मदद करती है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Depression In Hindi
शीशम की पत्तियों के सेवन से अवसाद से पीड़ित रोगियों को कुछ ही समय में राहत मिलती है। इसका सेवन आपको उदासी और निराशा से दूर रखता है। साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने में मदद करती है। भोजन में इसका उपयोग उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है जो अपने किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में तनाव से गर्स्त हो जाते है।
2. शीशम की पत्ती के फायदे दर्द से राहत के लिए : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Pain Relief In Hindi
अगर आपके दांत, सिर या जोड़ों में दर्द है, तो शीशम का तेल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। अगर आपको दांत में दर्द है, तो दांत के नीचे शीशम के तेल की कुछ बुंद (रुई में तेल लगाकर) रखें, इससे आपको कुछ ही समय में आराम मिलेगा। सिर दर्द में शीशम के तेल की मालिश लाभदायक होती है। साथ ही जोड़ों के दर्द की समस्या में भी शीशम के तेल को गर्म करके लगाने पर आराम मिलता है।
3. शीशम की पत्ती के फायदे दस्त से राहत दिलाने में सहायक होते है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Diarrhea in Hindi
क्या आप दस्त की समस्या से पीड़ित है तो आप दस्त को रोकने के लिए भी शीशम का सेवन कर सकते हैं। कुछ शीशम के पत्ते, कचनार के पत्ते और जौ लें। तीनों को मिलाकर काढ़ा बनाएं। फिर 10-20 मिली काढ़ा में मात्रानुसार घी और दूध मिला लें। इसे मथकर अर्क बना ले इसके सेवन से दस्त पर रोक लगती है। (यह भी पढ़े – Ande Khane Ke Fayde aur Nuksan [12 Amazing Eggs Benefits in Hindi])
4. शीशम की पत्ती के फायदे हृदय रोग में फायदेमंद होते है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Heart In Hindi
अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है और आप हृदय रोग से पीड़ित हैं तो शीशम की पत्ती का सेवन आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। शीशम की पत्ती के सेवन से रक्त प्रवाह बेहतर रहता है। अगर आप चाहे तो इसके तेल का भी उपयोग कर सकते है और इस तेल से बने भोजन को खाने से आपकी पाचन शक्ति भी मजबूत होती है। तो अगर आपको भी इस तरह की समस्या है तो आप शीशम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। महिलाओ के स्तन में सूजन को भी इन पत्तियों द्वारा ठीक किया जा सकता है, इसमें कुछ पत्तियों को गर्म किया जाता है और सूजन को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर बांधा जाता है।
5. शीशम की पत्ती के फायदे पेट की जलन/एसिडिटी दूर करने में सहायक होते है : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Treat Acidity in Hindi
अगर आप पेट की जलन या एसिडिटी से पीड़ित है तो आप शीशम की पत्ती के फायदे से पेट की जलन का इलाज कर सकते हैं। 10-15 मिली शीशम के पत्तियों का बनाये और इसे पिएं। तुरंत ही यह आपके पेट की जलन और एसिडिटी को ठीक करेगी। पाइल्स (बावसीर) के उपचार में भी शीशम की पत्तियों को 2 सप्ताह तक दिन में दो बार चबाने से यह उसका निवारण करेगा और जल्द ठीक होने में मदद करेगा। (यह भी पढ़े – Matar Khane Ke Fayde Aur Nuksan [13 Amazing Benefits Of Peas in Hindi])
6. शीशम की पत्ती के फायदे मतली के उपचार में फायदेमंद : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Nausea In Hindi
मतली एक बहुत गंभीर रोग है। इस स्थिति में कुछ भी अच्छा नहीं लगता है, और शरीर में असुविधा होती रहती है। ऐसी समस्याओं में शीशम की पत्तीयो का सेवन फायदेमंद होता है। इसके अलावा, शीशम की पत्तिया उल्टी, कफ की समस्या, सर्दी, तनाव, त्वचा रोगों और मुँहासे के उपचार में भी फायदेमंद होती है।
7. शीशम की पत्ती के फायदे मूत्र रोग में को दूर करने में फायदेमंद : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Urinary Disease in Hindi
मूत्र रोग जैसे पेशाब का रुक रुक कर आना, पेशाब में जलन होना जैसी आदि समस्याओं से निजात पाने के लिए शीशम के पत्ती का सेवन फायदेमंद होता है। 20-40 मिली शीशम के पत्ते का काढ़ा बनाएं और इसे दिन में 3 बार पिएं। इससे पेशाब का रुक रुक कर आना, पेशाब में जलन होना, पेशाब में दर्द होना आदि समस्याओं से राहत मिलेगी। पुरुषों में यौन नपुंसकता को भी इन पित्तियो में सेवन से ठीक किया जा सकता है। शीशम की 5 ग्राम कोमल पत्तियों का पेस्ट एक कप दूध के साथ 15-30 दिनों के लिए जाने से आपको लाभ मिलेगा।
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8. शीशम की पत्ती के फायदे चोट के घावों के उपचार में : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Injury Wounds In Hindi
शीशम की पत्तीयो के फायदे हमारे शरीर में कई प्रकार के घाव को ठीक करने में फायदेमंद होती है। आपको शीशम की कुछ पत्तीयो को कूटकर एक लेप बनाना है और उसमे हल्दी को मेंहदी के तेल में मिलाकर घाव वाले स्थान पर बांधना है। इससे घाव जल्द ठीक हो जाएगा। इसके अलावा फटी हुई एडी पर शीशम का तेल लगाने से एडी का रंग वापस आ जाता है और फटी हुई एडी जल्द ही ठीक हो जाती है।
9. शीशम की पत्ती के फायदे बूखार में लाभदायक : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Fever in Hindi
शीशम की पत्ती के फायदे हमे बुखार से जल्द राहत दिलाती है और यह हर तरह के बुखार में अपने औषधीय गुणों से लाभ प्रदान करती है। शीशम की पत्तियों का पेस्ट का रस 20 ग्राम, पानी 320 मिली. और दूध 160 मिली. लें। इनको मिलाकर दूध को गर्म करे। जब दूध थोड़ा रह जाए तो इसे दिन में 3 बार पिएं इस से बुखार ठीक हो जाता है।
10. शीशम की पत्ती के फायदे आँखों की लालिमा का उपचार करने में : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Eyes Redness In Hindi
आँखे हमारे जीवन का एक अमूल्य हिस्सा होती है, इसी के माध्यम से हम दुनिया देखते हैं, और इसका ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी होती है, हमारी आँखों को सुरक्षित रखने के लिए शीशम की पत्तियां एक महान उपाय साबित होती हैं। कीट-पतंगे गिरने के कारण अगर आपकी आंख लाल हो गई है, तो इसका इलाज शीशम की पत्तियों से संभव है। शीशम आंखों के दर्द में भी बहुत फायदेमंद होती है। शीशम की पत्तियों को साफ करें और उन्हें किसी पत्थर या मिक्सर से पीस लें। अब गूदे को रात को सोते समय आंखों पर रख कर बांध ले। इससे आंखों की लालिमा और दर्द दोनों में राहत मिलेगी। (यह भी पढ़े – Palak Khane Ke Fayde Aur Nuksan [15 Amazing Benefits Of Spinach in Hindi])
11. शीशम की पत्ती के फायदे एनीमिया में : Shisham Ki Patti Ke Fayde For Anemia in Hindi
एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियो के शरीर में खून की कमी हो जाती है। अगर आप एनीमिया से पीड़ित है तो आप शीशम के औषधीय गुणों से कई लाभ प्राप्त कर सकते हैं। एनीमिया को ठीक करने के लिए 10-15 मिली शीशम के पत्तियों का रस बनाये और इसका सुबह और शाम सेवन करे। इसे पीने से आपको एनीमिया में राहत मिलेगी।
सिसो की खुराक : Dalbergia Sissoo/Rosewood/Shisham Ki Khurak in Hindi
- काढ़ा: 50-100 मिली
- पत्ती पाउडर / छाल पाउडर: 3-6 ग्राम
- ताजा पत्ती का पेस्ट: 5 ग्राम
- ताजे पत्तों का रस: 10-15 मिली
नोट : हमेशा सावधानी पूर्वक ही इन जड़ी बूटियों का उपयोग करें।
शीशम के पत्तियों के नुकसान : Shisham Ki Patti Ke Nuksan In Hindi
- अगर आप कब्ज से पीड़ित है तो शीशम की जड़ का इस्तेमाल ना करे।
- प्रेगनेंसी में शीशम का सेवन नहीं करना चाहिए।
- महिलाओ को मासिक धर्म में शीशम की पत्तियों का जूस नुकसान पहुचा सकता है।
- अगर आपको शीशम के पत्तियों से एलेर्जी है तो आपको शीशम की पत्तियों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
आशा है इन सभी गुणों को जान ने के बाद आपको कभी यह नहीं बोलना पड़ेगा की Shisham Ki Patti Ke Fayde और नुकसान क्या होते है।
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